हमारा अस्तित्व और ब्यक्तित्व राष्ट्र और समाज से है, क्योंकि जब देश और समाज नही बचेगा तो हम भी नही बचेगें। अतः देश और समाज को बचाने के लिए, इसे आगे बढ़ाने के लिए हर नागरिक का पावन कर्तब्य है कि वो तन, मन और धन से अपना योगदान दे। इसी पर आधारित है आज की कविता जिसका शीर्षक है •••• बने अपना ये देश महान राष्ट्रहित हो सबसे उपर
इस बात का ध्यान रहे नफरत को फैलाने वाले
लोगों से सावधान रहें शांतिअहिंसा का नारा हो हमे मेहनत का सहारा हो कभी पहले थे विश्व गुरु अब पूरा विश्व हमारा हो प्रगति पथ पर रहेंअग्रसर थामे हर भाई का हाथ अपने मेहनत के बूते पर इसे बनायें विकसित राष्ट्र न जाती धर्म का भेद हो न आपस मे मतभेद हो न भाई भाई लड़ा करे बस सारा देश एक हो स्वर्ग सा सुंदर देश बनायें समता का हम पाठ पढ़ाये हम सब भारत की संतान बने अपना ये देश महान किशोरी रमण BE HAPPY....BE ACTIVE...BE FOCUSED...BE ALIVE If you enjoyed this post, please like , follow share and comments.
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Very nice.....