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Writer's pictureKishori Raman

कविता " विश्वास करते हैं "

Updated: May 25, 2023


किसी के भावनाओं से खिलवाड़ क्यों करते हो किसी के चाहतों को शर्मशार क्यों करते हो दुनियां को तो आशिकों की फिक्र नहीं लेकिन तुम अपने इश्क की हदें पार क्यों करते हो अच्छा है खामोश रह कर अपनी जिंदगी जीना आसुओं के सैलाब को अमृत समझ के पीना जिन्दगी में वक्त ही सबसे बड़ा मरहम होता है अच्छा है अपने फटे गिरेवान को खुद ही सीना यहां किसी को यूं तड़पाना अच्छा नहीं होता किसी के प्यार को आजमाना अच्छा नहीं होता वो गीत जो किसी यार के आसुओं से सने हो उसे महफ़िल में गुनगुनाना अच्छा नहीं होता आओ आज हम अपनी वफ़ा की बात करते हैं आओ आज हम खुद से ही मुलाकात करते हैं किसी के दुआओं के भरोसे भला कब तक रहेंगे आओ आज खुदकी दुआओं पर विश्वास करते हैं किशोरी रमण BE HAPPY....BE ACTIVE...BE FOCUSED...BE ALIVE If you enjoyed this post, please like , follow,share and comments. Please follow the blog on social media.link are on contact us page. www.merirachnaye.com

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4 Comments


Unknown member
May 26, 2023

Very nice.

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verma.vkv
verma.vkv
May 25, 2023

वाह, बहुत सुंदर।

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sah47730
sah47730
May 25, 2023

भावनाओं और जीवन की सच्चाइयों से गर्भित बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति।

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sapandutta1960
May 25, 2023

Life time experience expressed in a nice write up.Love your writings.

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